हां मैं मुस्लिम हूँ।

(हेमन्त राय)













मुस्लिम, मोहमडन, मुल्ला जी, ये नाम लेते हि पूरा मुद्दा बदल जाता है। दूसरे धर्म के लोगों की आँखों में कुछ घूरते हुए सवाल,कुछ बेबाक सवाल,कुछ चुभते हुए सवाल, कुछ चुप्पी साधे सवाल तो कुछ धार्मिक सवाल नज़र आने लगते हैं। क्यूं?
     सफे़द पोशाक डाले और सिर पर सफ़ेद टोपी पहने व्यक्ति को जब कहीं भी देखा जाता है...नुक्कड़, बाज़ार, आँफ़िस, या कहीं भी सिवाय उस किले के जिसके ऊपर एक आकर्षक गुमंबद या सीधी भाषा में कहें कि मुस्लिमों के मंदिर(मस्जिद) के अलावा जब कहीं देखा जाता है तो चार लोग जमघट बना कर कुछ यूं बातें करते हैं....देख मुल्ला कहीं का,कटुआ कहीं का, अरे आतंकवादी है, एक दूसरे से कानाफूसी करते है बस! आज के स्वतंत्र भारत में हम इतने स्वतंत्र हो गए है कि  किसी को भी कुछ भी कहने का हक़ अपने बाप कि जागीर समझते हैं। कुछ भी कहने का हक़!!!
      जब कहीं आतंकवादी हमला होता है तो कहा जाता है।  कि, वो आतंकवादी मुसलमान था!....हां मैं भी कहता हूँ कि वो आतंकवादी मुसलमान था। पर आप ये क्यूं नहीं कहते कि मुसलमान और भी कुछ  होते हैं सिर्फ़ आतंकवादी ही नहीं। अगर यकीन ना हो तो आपको एक छोटी सी लिस्ट दिखाते हैं। आइए..... अमेरिका का या यूं कहें कि पूरे विश्व का न०-1हैवी वेट बौक्सिंग चैंपियन  'Mahershala Ali' भी मुसलमान है।
      अमेरिका की ही वर्ल्ड फ़ैमस सिंगर, फ़ैशन-डिज़ाइनर,स्पोक्सपर्सन 'jannet Jackson भी मुसलमान है। 'Rap' म्यूज़िक जिसने ईंडिया के दिलो में भी अपनी जगह बनाई है उस rap का बादशाह 'AKON' भी मुस्लिम है। ऐसे ही कई नाम जैसे Shaquille O'Neal(basketball 🏀 player) ice cube, lupe fiasco(singer)...बुर्ज खलीफा जैसी आलीशान ऊंची इमारत जो कि 7 अजूबो में से एक है। उसे बनाने का आईडिया भी मुस्लिमो का ही है। और तो और विश्व फै़मस पाल्म द्वीप भी
  मुस्लिमो कि मेहनत और कलाकारी का ही नतीजा है। ये तो देश के बाहर के लोगों के नाम हैं  खुद के देश की बात करे तो भारतीय क्रिकेट टीम के फ़ास्ट बाँलर इरफान पठान, यूसफ़ पठान , ज़हीर खान, मोहम्मद शमी जैसे  खिलाड़ी भी मुस्लिम ही हैं  जो देश के लिए जी-जान से खेलते हैं। भा की ही टैनिस प्लेयर सानिया मिर्ज़ा, भले ही शादी पाकिस्तानी से कि हो मगर खेलती अभी भी देश के लिए ही है। ताकि भारत का नाम रौशन करती रहे..... देश का सबसे बाड़ा शख्स जिसका सभी उम्र के लोग आदर सत्कार करते हैं चाहे वो युवा हो बच्चे हो बुजुर्ग हो या किसी भी धर्म या जाति के लोग हो सभी उनकी इज्जत करते हैं। एसा  व्यक्ति जिसने अपना संपूर्ण जीवन देश को अर्पित किया `अब्दुल कलाम’ भले ही वो अब हम लोगो के बीच ना हो पर उनके द्वारा किये गए कार्यों और उनके व्यक्तित्व ने उन्हें अब भी हम लोगो के बीच जिंदा रखा हुआ है।
          ये सभी मुस्लिम ही थे। ना कि आतंकवादी। मुझे गर्व है अपने मुस्लिम होने पर।
मैं भी इसी देश का नागरिक हूँ। मैं इसी देश में पैदा हुआ हूं यहीं पला बड़ा हूं और यहीं का खाता हूं तो। ये देश मेरा भी उतना ही है। जितना और किसी का है। मुझे भी वंदेमातरम कहने का हक़ भारत माता कि जय कहने का हक़ है।!!!


-हेमन्त राय (थियेटर आर्टिस्ट,लेखक,बलोग्गर)











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